भभुआ के पूर्व डॉ प्रमोद सिंह का हार्ट अटैक से निधन, जिले में शोक की लहर, तीन बार इस पार्टी से रहे थे विधायक

2000 में पहली बार राजद के टिकट पर भभुआ से जीते थे

भभुआ कैमूर बंटी जायसवाल। कैमूर जिले के भभुआ विधानसभा क्षेत्र के अखलासपुर गांव निवासी पूर्व विधायक सह जदयू नेता डॉ प्रमोद सिंह 64 वर्ष की उम्र में मंगलवार की रात्रि दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे फेफड़े के संक्रमण से ग्रसित थे।जिनका कुछ वर्षो से दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था।मंगलवार की रात्रि में सांस लेने में तकलीफ हुई तो भभुआ सदर अस्पताल लाया गया। जहाँ उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने वाराणसी रेफर कर दिया। वाराणसी जाने के दौरान रास्ते में चंदौली के समीप उनका दम टूट गया। इसकी खबर मिलते ही जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनका पार्थिक शरीर अखलासपुर स्थित उनके निवास स्थान पर लाया गया। जहां रात्रि में ही लोगों का जमावड़ा होने लगा। 


बुधवार को सुबह होते ही मंत्री, विधायक सहित जिले के विभिन्न पार्टियों के नेताओं, कार्यकर्ताओ और लोगों की भीड़ उनकी दर्शन के लिए पहुंचने लगे। सभी के शोक संवेदना व्यक्त की जा रही थी। लोगों की आंखे नम हो जा रही थी। नेताओं और सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर ईश्वर से उनके आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।


वहीं सूचना पर मिलते ही मंगलवार रात्रि में ही भभुआ जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल पहुंच गए थे। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए बताया कि डॉ प्रमोद सिंह बहुत ही संघर्षशील और जुझारू नेता थे। ये तीन बार के पूर्व विधायक रह चुके थे। उनका ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है।जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।


 पूर्व विधायक डॉ प्रमोद सिंह का बुधवार उनके निवास स्थान से शव यात्रा निकाल कर पार्टी कार्यालय पर रखा गया।जहां उनका अंतिम दर्शन के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उन्हें मंत्री विधायक और नेताओं द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहां से नागाबाबा पोखरा होते हुए भभुआ शहर के राजेंद्र सरोवर एकता चौंक चैनपुर रोड तक पहुंचा। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा प्रमोद तेरा नाम रहेगा के नारे लगाए जा रहे थे। शव यात्रा के दौरान हजारों की भीड़ उमड़ी रही। वाराणसी में उनका अंतिम संस्कार होने के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए। 


सीएम ने शोक संवेदना व्यक्त की

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डॉ प्रमोद सिंह के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है। जेडीयू ने ऑफिशियल सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि भभुआ के पूर्व विधायक प्रमोद कुमार सिंह जी के आकस्मिक निधन पर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने अपनी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने शोकाकुल परिजनों से दूरभाष पर बात कर सांत्वना दी है. निश्चित रूप से उनका जाना राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है. जद (यू) परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि.


डॉ प्रमोद सिंह मिलनसार स्वभाव के धनी व्यक्ति थे। वे चाहे किसी भी दल में रहे, लेकिन सबों के दिलों पर राज करते रहे. उनसे जो भी एक बार जूड जाता है, वह अगर दल भी बदल देते थे, तो उसे व्यक्ति के दिल में उनके


कब कब विधायक रहे डॉ प्रमोद सिंह 

वर्ष 2000 में पहली बार राजद के टिकट पर विधायक बने। वर्ष 2005 में दूसरी बार राजद के टिकट पर ही विधायक बने। वर्ष 2005 में नौ महीने बाद फिर चुनाव हुआ। जिसमें वह बसपा की रामचंद्र यादव से हार गए। 2010 में लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर तीसरी बार विधायक बने।वर्ष 2015 में भाजपा के आनंद भूषण पांडे से चुनाव हार गए। वर्ष 2020 में भभुआ विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़े हार गए। जदयू के जिलाध्यक्ष भी रह चुके है। वर्ष 2024 में इन्हें पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया। अंत समय तक जदयू पार्टी और नीतीश कुमार के साथ ही बने रहे।


 

 





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